पेनक्रिएटाइटिस की समस्याओं से जूझ रहे लोगों के अनुभव अलग-अलग होते हैं, लेकिन हर किसी का अंत ‘पड़ाव’ से जुड़ता है, जहां उन्हें राहत मिलती है। आज हम आपको नीरू तलवार की प्रेरणादायक कहानी बताने जा रहे हैं, जो पैंक्रियाटाइटिस (Pancreatitis) से जूझ रही थीं और अब पूरी तरह से स्वस्थ हो चुकी हैं। नीरू जी को पैंक्रियाटाइटिस के 60 हमले झेलने पड़े थे। उन्होंने एलोपैथी (Allopathy) इलाज भी कराया, लेकिन इसमें उन्हें कोई राहत नहीं मिली। इसके बाद नीरू जी ने पड़ाव आयुर्वेदिक केंद्र के वैद्य बालेंदु प्रकाश जी से संपर्क किया, और यहीं से उनके जीवन की नई शुरुआत हुई।
पड़ाव में शुरू हुआ उनका आयुर्वेदिक उपचार बेहद प्रभावी साबित हुआ। आज नीरू जी पूरी तरह से पैंक्रियाटाइटिस से मुक्त हैं। उन्होंने अनुभव किया कि पड़ाव आयुर्वेदिक उपचार पैंक्रियाटाइटिस के इलाज में एक कारगर उपाय है, और वह अन्य सभी पैंक्रियाटाइटिस के मरीजों से अपील करती हैं कि वे भी पड़ाव आयुर्वेदिक केंद्र आएं और अपना इलाज करवाएं।
अगर आप भी पैंक्रियाटाइटिस जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं और एलोपैथी से राहत नहीं मिल रही, तो पड़ाव आयुर्वेदिक केंद्र से इलाज कराना एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है।